विकास खण्ड कोंटा के कई गाँव सरकार के पहुँच से कोसो दूर।
सुकमा/कोंटा:- सरकार महिलाओं के लिए कई योजनाएं ला रही है जिससे महिलाएं आत्मनिर्भर बन सके, जिसमे से सिलाई, कढ़ाई, बुनाई और भी कई योजनाएं है जो महिलाओं के लिए सरकार काम कर रही है, और ग्रामीण इलाकों में मूलभूत सुविधा मिल सके इस ओर भी ध्यान दे रही है।
लेकिन आज एक ऐसा मामला सामने आया है जिससे कि सरकार की ओर से किये गए वादों को खोखला साबित कर रहा है। कोंटा विकास खण्ड के लिंगनपल्ली मरईगुड़ा में रहने वाली गर्भवती महिला कुहराम सुनीता को अत्यधिक प्रसव पीड़ा होने लगी, घरवालों ने इसकी जानकारी 108 को दी, जानकारी मिलते ही 108 पीड़िता को लेने के लिए रवाना हुई लेकिन पहुँचविहीन रास्ता होने के कारण एम्बुलेंस पीड़िता को लेने नही पहुँच पाई और सुनीता अपने घरवालों के साथ प्रसव पीड़ा होने के बावजूद लगभग 3 किलोमीटर दो नाले को पार कर चलकर आई। रास्ता ख़राब होने के कारण एम्बुलेंस भी नही पहुँच सका।
कई सरकारें आई और गई परंतु ग्रामीण इलाकों में किये गए वादे अब भी अधूरे के अधूरे ही है। बस्तर अंचल में कई ऐसे गाँव है जहाँ की खबरे भी नही पहुँच पाती है, ऐसे में सरकार को इस ओर ख़ास ध्यान देने की जरूरत है। कम से कम ग्रामीणों को मूलभूत सुविधाओं में जैसे बिजली, पानी, सड़क और सवस्थ्य चिकित्सा की सुविधा मिल सके। अब देखना यह है कि आखिरकार दूरस्थ अंचलों में ये सब सुविधा कब तक मिल पायेगी।