नया बस स्टैंड की है दुर्दशा नही हवा नहीं कोई तूफान फिर भी ठेकेदार द्वारा लगाया गया उजड़ गया सामान
जगदलपुर = अंतरराष्ट्रीय कुशाभाऊ ठाकरे नया बस स्टैंड की दुर्दशा बिल्डिंग में लगी पीओपी गिरने के तादाद पर है और यह कभी भी किसी वक्त गिर सकती है ऐसे मैं नगर निगम द्वारा ना तो कोई ध्यान दिया जा रहा है और ना ही कोई प्रशासनिक अधिकारी कि ध्यान इस ओर आकर्षित नही हो रही है बैलाडीला जाने वाले यात्री नाम नही लिखने पर बताया कि ऐसे में बस स्टैंड की सुंदरता पर दाग लगा है यह सेड़ की छत किसी वक्त भी गिर सकती है केवल खानापूर्ति के तौर पर एक पिलर से दूसरे पिलर के मध्य रस्सी बांधकर वाहन अंदर ना आए इसलिए रस्सी लगाया गया है परंतु यात्री तो आएंगे ही क्योकी वे हमेशा जल्दबाजी में रहते है
और वह स्पीड में भागकर वाहन में बैठने का प्रयास करते उसी दौरान अगर छ्त गिर जाती है तो उसके जिम्मेदार कौन हो यह भी एक सोच का विषय हैं ऐसे लापरवाह ठेकेदारों पर निगम को आँख बंद बनकर विश्वास से काम नही देना चाहिये जिससे ऐसी स्थिति उत्पन्न होती है और शहर की सुंदरता भी खराब करती है साथ ही शासन प्रशासन के पैसे का भी दुरुपयोग होता है।