पहली बार दुष्कर्म के मामले में 7 दिनों में चालान पेश करने वाले टीआई को डीजीपी ने किया एक हजार नगद ईनाम
जगदलपुर। बस्तर जैसे पिछड़े इलाके में भी त्वरित न्याय की अवधारणा अब पूरी होती नजर आ रही है। बोधघाट थाने के अंतर्गत दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने एक हफ्ते के अंदर ही मामले की जांच पूरी करते हुए चालान पेश किया था। इस मामले में सोमवार को डीजीपी डीएम अवस्थी ने थाना प्रभारी राजेश मरई और मामले में विवेचना करने वाली एएएसआई इंदु शर्मा को 1 हजार रुपये का नगद पुरस्कार दे कर सम्मानित किया। इसके अलावा डीजीपी ने कहा कि छतीसगढ़ पुलिस महिलाओं को न्याय दिलाने के वादे पर कायम है। उन्होंने बस्तर एसपी दीपक झा एवं सीएसपी हेमसागर सिदार की प्रशंसा की है।
बोधघाट थाना प्रभारी राजेश मरई ने बताया की पुलिस अधीक्षक दीपक झा एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश शर्मा एवं नगर पुलिस अधीक्षक हेमसागर सिदार के नेतृत्व में विवेचना करते हुए सात दिनों के अंदर जांच पूरी की। विदित हो कि यह किसी दुष्कर्म के मामले में बस्तर संभाग में सात दिन के अंदर चालान पेश करने का पहला और प्रदेश का दूसरा मामला है। इससे पहले भी बोदघाट थाना प्रभारी राजेश मरई को डीजीपी ने कोरोना काल मे शव दाह मामले में भी सम्मानित किया था।